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लॉकडाउन में लोगों के लिए बंद हुए मंदिर तो कृष्ण मंदिर में दर्शन करने पहुंचे दो मोर, लोग बता रहे हैं ठाकुर जी का चमत्कार

घनी आबादी के बीच में है ठाकुर जी का राधा बल्लव मन्दिर मन्दिर में मोरों का आना शहर में बना चर्चा का विषय

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देवबन्द. कोरोना वायरस की महामारी के चलते पुरे देश में लाकडाउन है। लाकडाउन की वजह से सभी धार्मिक स्थल बंद हैं, जिसकी वजह से लोग अपने-अपने घरों में ही पुजा-अर्चना कर रहे हैं। इस बीच देवबन्द के राधा बल्लव मन्दिर में अचानक पहुंचने से शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग कह रहे हैं कि ये दोनों मोर भगवान के दर्शन करने पहुंचे हैं। लॉकडाउन में दो मोरों के अचानक मंदिर पहुंचने की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वारल हो रहा है। कुछ लोग इसे श्री कृष्ण का चमत्कार मान रहे हैं तो कुछ इसे लॉकडाउन की वजह से सन्नाटा होने की वजह से जंगली जानवरों की आबादी वाले इलाके में चहलकदमी मान रहे हैं? गौरतलब है कि इस से पहले भी दो दो मोर आबादी वाला इलाके में एक शख्स के आंगन में आगर दाना चुगते देखे गए थे।

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लाकडाउन के चलते सभी लोगों को भारत सरकार की तरफ से अपने-अपने घरों में रहने की हिदायत दी गई है, जिसकी वजह से मन्दिर, मस्जिद ,गुरुद्वारा सहित सभी धार्मिक स्थलों के कपाट बंद होने की वजह से विरान पड़े हुए हैं। इस बीच मन्दिर में दो मोरो के आने पर श्रद्धालु ऐसा मान रहे हैं कि ये मोर भगवान के दर्शन के लिए मन्दिर में पहुंच रहे हैं। दरअसल, ये दोनों मोर घनी आबादी वाले क्षेत्र राधा बल्लव मन्दिर में पहुँचे। यहां काफी देर तक मोर मन्दिर के प्रागण और छत पर घुमते रहे। मोर के घुमने का मन्दिर के जिम्मेर लोगों ने विडीयो भी बनाया।

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मन्दिर के जिम्मेदार निरज गोस्वामी ने बताया कि ठाकुर जी के मन्दिर में दो मोर उड़कर आ पहुंचे, जब हमने उन्हें करीब से देखा तो पता चला कि दोनों मोरनी थी, क्योकी मोर के लम्बे पंख होते हैं। उन्होंने बताया दोनों मोर पहले छत पर उतरे उसके बाद दोनों घुमते-घुमते मन्दिर प्रांगण में आ गए ओर ठाकुर जी के प्रांगण में घुमते रहे। उन्होंने आगे कहा कि यह सब ठाकुर जी की ही महीमा है कि जब लाकडाउन के चलते मन्दिर के द्वार सभी इंसानों के लिये बन्द हैं, जिसकी वजह से भगतगण तो आ नहीं रहे। इस वक्त मन्दिर के अन्दर जो पुजारी हैं। हम सब लोग ही मिलकर ठाकुर जी की सेवा कर रहे हैं। लॉकडाउन के चलते जो माहौल शान्त है, उस्से प्रभावीत हो कर या ठाकुर जी की कृपा से ये सब हो रहा है, क्योंकि मोर ठाकुर जी का प्रीय पक्षी है ओर ठाकुर जी के मुकुट पर हमेशा मोर का पंख धारण होता है। उन्होंने कहा कि मन्दिर में मोर का आना ठाकुर जी का ही चम्तकार है। ये बहुत अच्छे संकेत माने जाते हैं। ठाकुर जी की कृपा से देश व दुनिया में फैल रही कोरोना जैसी खतरनाक बिमारी भी दुर हो जायेगी।